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केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘एकता मेघालय’ और आईटीटीसी का किया उद्घाटन
मेघालय/ केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने मेघालय के वस्त्र क्षेत्र के भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए नोंगपोह में ‘एकता’ मेघालय दृ वस्त्र विकास के लिए प्रदर्शनी सह ज्ञान साझाकरण’ तथा एकीकृत वस्त्र पर्यटन केंद्र ;आईटीटीसीद्ध का भव्य उद्घाटन किया। यह पहल मेघालय की पारंपरिक वस्त्र विरासत को वैश्विक पहचान दिलाने और स्थानीय कारीगरों की आजीविका सुदृढ़ करने की दिशा में मील का पत्थर मानी जा रही है।
उद्घाटन कार्यक्रम में वस्त्र एवं विदेश राज्य मंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा, मेघालय के वस्त्र विभाग के राज्य मंत्री श्री मेतबाह लिंगदोह, केंद्रीय रेशम बोर्ड ;सीएसबीद्ध के सदस्य सचिव श्री पी. शिवकुमार सहित केंद्र और राज्य सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय रेशम बोर्ड ने मेघालय सरकार के वस्त्र विभाग के सहयोग से आईटीटीसी परिसर में विशेष प्रदर्शनी स्टॉल भी लगाए।
एकीकृत वस्त्र पर्यटन केंद्र ;आईटीटीसीद्ध वस्त्र मंत्रालय और मेघालय सरकार की एक विशिष्ट और दूरदर्शी पहल है, जिसे एक समग्र सांस्कृतिक मंच के रूप में विकसित किया गया है। यह केंद्र मेघालय की समृ( टेक्सटाइल परंपरा, विशेष रूप से एरी सिल्क, को केंद्र में रखते हुए शिल्प कौशल, संस्कृति, कौशल विकास और पर्यटक अनुभव को एक ही स्थान पर जोड़ता है। यह केंद्र अपनी तरह का पहला प्रयोगात्मक गंतव्य है, जो वस्त्र और पर्यटन को साथ लेकर चलता है।
एकता मेघालय प्रदर्शनी रेशम, हथकरघा, हस्तशिल्प, जूट और तकनीकी वस्त्रों को एक साझा मंच प्रदान करती है। इसका उद्देश्य ज्ञान साझाकरण, नवाचार, बाजार संपर्क और अंतर-राज्यीय सहयोग को बढ़ावा देना है, जिससे पूर्वाेत्तर राज्यों के कारीगरों और उद्यमियों को नए अवसर मिल सकें।
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पूर्वाेत्तर भारत, विशेषकर मेघालय, वस्त्र उद्योग में अपार परिवर्तनकारी क्षमता रखता है। उन्होंने एरी और मुगा रेशम के मूल्य संवर्धन, स्थानीय रोजगार सृजन और आजीविका आधारित विकास पर विशेष जोर दिया।
वस्त्र एवं विदेश राज्य मंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा ने कारीगरों के सशक्तिकरण, कौशल विकास, आधुनिक तकनीक के उपयोग और युवा उद्यमिता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए एरी सिल्क में मेघालय की अग्रणी भूमिका की सराहना की।
वहीं, केंद्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य सचिव श्री पी. शिवकुमार ने रेशम उत्पादन की पूरी मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने के लिए सीएसबी की विभिन्न पहलों की जानकारी दी और वैज्ञानिक तथा बाजार-आधारित हस्तक्षेपों के माध्यम से एरी और मुगा रेशम उत्पादन बढ़ाने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया।

