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सूरत/ साउदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 79वें अध्यक्ष के रूप में निखिल मद्रासी ने पदभार ग्रहण किया है। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए एक नई रणनीतिक दिशा की घोषणा की, जिसमें मूल्य संवर्धन, निर्यात-उन्मुख विकास और तकनीकी नवाचार पर विशेष जोर दिया गया।
मद्रासी ने कहा कि ‘एसजीसीसीआई’ और सरकार व्यापार और औद्योगिक विकास के दो पहलू हैं, और उन्होंने उद्योग और सरकार के बीच मजबूत समन्वय स्थापित करने की प्रतिब(ता जताई। उन्होंने विशेष रूप से गारमेंट्स, तकनीकी वस्त्र और उच्च मूल्य वाले उत्पादों में मूल्य संवर्धन और निर्यात-उन्मुख विकास पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है। इसके अलावा, उन्होंने नवसारी के पास प्रस्तावित पीएम मित्रा पार्क को उद्योग के लिए एक संभावित गेम-चेंजर बताया और इसके विकास को तेजी से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
‘एसजीसीसीआई’ ने हाल ही में टेक्सटाइल टास्क फोर्स की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य उद्योग से जुड़े विभिन्न मुद्दों को संबोधित करना और टेक्सटाइल क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों को एक मंच पर लाना है। टीटीएफ में फाइबर से लेकर गारमेण्ट तक के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, साथ ही मशीनरी और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स भी इसमें भाग लेंगे। टीटीएफ का उद्देश्य उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों के बीच समन्वय स्थापित करना और राज्य और केंद्र सरकारों के साथ मिलकर आवश्यक नीति परिवर्तनों को लागू करना है।
‘एसजीसीसीआई’ ने हाल ही में केंद्र सरकार से टेक्सटाइल मशीनरी पर लगाए गए क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर को हटाने की मांग की है। ‘एसजीसीसीआई’ का मानना है कि क्यूसीओ दक्षिण गुजरात की टेक्सटाइल इंडस्ट्री की वृ(ि को बाधित करेगा। ‘एसजीसीसीआई’ ने यह भी बताया कि भारतीय टेक्सटाइल बाजार, जो वर्तमान में $165 बिलियन का है, 2030 तक $350 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है और इसके लिए लगभग 4.5 लाख हाई-स्पीड वीविंग मशीनों की आवश्यकता होगी, जिसके लिए $15 बिलियन का निवेश आवश्यक है।
‘एसजीसीसीआई’ ने हाल ही में श्यार्न एक्सपो-2024’ का आयोजन किया, जिसमें 80 से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया और नवीनतम यार्न तकनीकों का प्रदर्शन किया। इस एक्सपो का उद्देश्य सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री के विकास को तेज करना और उद्योगपतियों को यार्न उत्पादन में नवीनतम तकनीकों की जानकारी प्रदान करना था।
‘एसजीसीसीआई’ के नए नेतृत्व के तहत, सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को एक नई दिशा मिल रही है, जिसमें नवाचार, सतत विकास और वैश्विक प्रतिस्पर्धा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मद्रासी के नेतृत्व में,‘एसजीसीसीआई’ उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों के बीच समन्वय स्थापित करने, सरकार के साथ मिलकर आवश्यक नीति परिवर्तनों को लागू करने, और सूरत को वैश्विक टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
इस नई रणनीतिक दिशा के तहत, ‘एसजीसीसीआई’ सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को वैश्विक मानकों के अनुरूप ढालने, निर्यात को बढ़ावा देने, और उद्योग में नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिब( है। मद्रासी के नेतृत्व में,‘एसजीसीसीआई’सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए तैयार है।
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