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नई दिल्ली/ भारत सरकार निर्यात को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अब 50 प्रमुख देशों पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है। वाणिज्य मंत्रालय की नई रणनीति के तहत इन देशों को ‘टारगेट मार्केट’ के रूप में चुना गया है, जहां भारतीय वस्तुओं और सेवाओं की मांग लगातार बढ़ रही है। जानकारी के अनुसार, सरकार ने इन 50 देशों के लिए अलग-अलग निर्यात वृ(ि योजनाएं तैयार की हैं, जिनमें बाजार-विश्लेषण, प्रतिस्पर्धी उत्पादों की पहचान और लॉजिस्टिक सुविधाओं में सुधार शामिल है। इन देशों में अमेरिका, जर्मनी, यूएई, ऑस्ट्रेलिया, जापान, ब्रिटेन और कई अफ्रीकी एवं लैटिन अमेरिकी देश शामिल हैं।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन बाजारों में भारतीय इंजीनियरिंग उत्पाद, टेक्सटाइल, फार्मास्यूटिकल्स, आईटी सेवाएं, कृकृषि उत्पाद और ऑटोमोबाइल्स की बड़ी संभावनाएं हैं। इसके लिए भारत विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौतों और टैरिफ में राहत पर भी काम कर रहा है।
सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में निर्यात को 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर तक पहुंचाना है। इसके लिए उत्पाद गुणवत्ता में सुधार, डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए विदेशी खरीदारों तक पहुंच और ब्रांड इंडिया की वैश्विक पहचान को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस रणनीति से न केवल भारतीय निर्यातकों को नए अवसर मिलेंगे, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति भी और मजबूत होगी। उद्योग जगत ने भी इस पहल का स्वागत किया है और इसे दीर्घकालिक आर्थिक वृ(ि के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया है।