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शाजापुर इंडस्ट्रीयल एरिया में 2,500 करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी कृ 
By Textile Mirror - 16-12-2025

टेक्सटाइल व खाद्य प्रोसेसिंग यूनिटें शामिल
मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई रफ्तार देने के लिए शाजापुर इंडस्ट्रीयल एरिया में लगभग 2,500 करोड़ रुपये के बड़े निवेश की तैयारी की जा रही है। यह निवेश मुख्य रूप से टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेण्ट्स, होम-टेक्सटाइल, पैकेजिंग उद्योग और खाद्य प्रोसेसिंग यूनिटों की स्थापना पर केंद्रित होगा। उद्योग विभाग ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए भूमि आवंटन, आधारभूत संरचना और नीति-स्तर की प्रक्रियाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
मुख्य सेक्टरों में भारी निवेश की संभावना
नई निवेश योजना के अंतर्गत सबसे बड़ा हिस्सा टेक्सटाइल सेक्टर को मिलने की उम्मीद है। प्रदेश सरकार का मानना है कि इस क्षेत्र में रोजगार सृजन की क्षमता अधिक है। कई प्रमुख कंपनियों ने यहां स्पिनिंग, वीविंग, प्रोसेसिंग, प्रिंटिंग और गारमेंटिंग यूनिटें स्थापित करने में रुचि दिखाई है। इससे क्षेत्र में हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
दूसरा बड़ा क्षेत्र फूड प्रोसेसिंग है। निवेशक दलों ने यहां डेयरी, दाल मिल, अनाज प्रोसेसिंग, मसाला निर्माण और कोल्ड चेन स्टोरेज जैसे प्रोजेक्ट लगाने की इच्छा जताई है। कृषि प्रधान क्षेत्र होने के कारण शाजापुर इस सेक्टर के लिए उपयुक्त माना जाता है। किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिलेगा और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय-वैश्विक बाजार तक पहुँचाना आसान होगा।
इन्फ्रास्ट्रक्चर को मिल रहा बड़ा अपग्रेड
औद्योगिक विकास निगम शाजापुर को उद्योग-अनुकूल क्षेत्र विकसित करने के लिए सड़क, बिजली, पानी और लॉजिस्टिक सुविधाओं में सुधार कर रहा है। नए प्रोजेक्ट के तहत 24बाई7 बिजली आपूर्ति, सुधारित जल प्रबंधन प्रणाली और इंडस्ट्रीयल वेस्ट के सुरक्षित निस्तारण पर भी विशेष काम चल रहा है।
सरकार की नीति है कि निवेशकों को ‘सिंगल विंडो सिस्टम’ के माध्यम से सभी आवश्यक मंजूरियाँ शीघ्र उपलब्ध कराई जाएँ। इससे उद्योग स्थापित करने का समय लगभग 30 प्रतिशत तक कम होने की उम्मीद है।
रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ी उम्मीद
अधिकारियों के अनुसार, प्रस्तावित निवेश से लगभग 18,000 से 22,000 तक रोजगार उत्पन्न हो सकते हैं। इसके साथ ही ट्रांसपोर्ट, पैकिंग, हाउसिंग और छोटे व्यवसायों को भी सीधा लाभ मिलेगा। स्थानीय युवाओं को कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से उद्योगों में प्रशिक्षण देने की भी योजना बनाई जा रही है।
बड़ा आर्थिक परिवर्तन
विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह निवेश योजना मूर्त रूप लेती है, तो शाजापुर मध्य प्रदेश का एक उभरता हुआ औद्योगिक हब बन सकता है। टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग जैसे सेक्टरों की मौजूदगी से यह क्षेत्र न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होगा, बल्कि प्रदेश की औद्योगिक छवि को भी नई पहचान मिलेगी।
यह प्रोजेक्ट शाजापुर और आसपास के जिलों के लिए रोजगार, विकास और औद्योगिक प्रगति का नया अध्याय साबित हो सकता है।

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