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इचलकरंजी/ दीपावली का त्योहार हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। चलो भी दिवाली के पावन पर्व पर महाराष्ट्र के हर गांव और शहर के बाजार में करोड़ों रुपये का कारोबार हुआ। लोगों ने मिठाई, पटाखे, सजावट सामग्री, पूजा सामग्री, फल-फूल के साथ ही कपड़ों की दुकानों पर लोगों ने रेडीमेड कपड़े, साड़ी, लेडीज वियर, बच्चों के कपड़ों की जमकर खरीदी की। चूंकि अभी दिवाली की छुट्टियां चल रही हैं, इसलिए स्थानीय पावरलूम केंद्र स्थित पावरलूम फैक्ट्री से कपड़ा उत्पादन बंद है। इस बीच, चूंकि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर, 2024 को होने जा रहे हैं, इसलिए अधिकांश पावरलूम उद्यमी और कर्मचारी विभिन्न पार्टियों के लिए प्रचार में व्यस्त हैं।
विधानसभा चुनाव के बाद 23 तारीख को वोटों की गिनती होगी और उसके तुरंत बाद यानी 25 तारीख से पावरलूम फैक्ट्रियां शुरू हो जाएंगी। हर साल दिवाली के बाद कपड़ा उत्पादन कम से कम पंद्रह दिनों के लिए बंद रहता है। मजदूर अपने गाँव चले गये हैं। कृषि कार्य करने के बाद ही वे गांव लौटते हैं। इसलिए दिवाली के बाद फैक्ट्रियां जल्दी शुरू नहीं होतीं। इसी दौरान चुनाव का माहौल चरम सीमा पर रहने वाला है।
चूंकि कपड़ा उत्पादन लंबे समय तक बंद रहेगा, इसलिए संबंधित सायजिंग, प्रोसेसिंग उद्योग बंद रहेंगे। यही कारण है कि स्थानीय यार्न बाजार में यार्न की मांग न के बराबर है। यार्न की मांग कमजोर होने के कारण यार्न की कीमतें ज्यादातर स्थिर हैं। इस साल होली, गणेशोत्सव, नवरात्रि, दशहरा और दिवाली के दौरान कपड़ा बाजार में अच्छे कारोबार से कपड़ा व्यापारी खुशी जाहिर कर रहे हैं। साथ ही उनका उत्साह भी बढ़ा है।
इस बीच कपास उत्पादन क्षेत्र में बारिश बढ़ने से कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसान काफी परेशान हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका सीधा परिणाम कपास के उत्पादन में कम़ होकर कपास की कीमतें बढ़ने की संभावना है।
हालांकि अब त्यौंहारी सीजन खत्म हो चुका है, लेकिन आने वाले सीजन में शादी के सीजन के साथ ही ठंड का मौसम भी शुरू हो जाएगा। इस साल तेज बारिश अच्छी होने से कड़ाके की ठंड पड़ने की आशंका है। हालांकि अभी इतनी ठंड नहीं है, लेकिन कुछ दिनों में ठंड का जोर बढ़ सकता है। इस बीच व्यापारियों का अनुमान है कि स्वेटर, शॉल आदि गर्म कपड़ों की अच्छी मांग रहेगी। शादी के सीजन के बारे में कहा जाता है कि दिवाली के दौरान नए कपड़ों की अच्छी खरीददारी से शादी के सीजन के पहले चरण में दुल्हन के लेटेस्ट डिजाइन्स के भारी कीमत की साड़ियां, लहंगा, कुर्ती तथा घाघरा तथा अन्य साड़ियां और दूल्हे के शाही परिधान के नवीनतम डिजाइन ही खरीदे जाएंगे। इसके अलावा मेहमानों के कपड़ों की भी बड़ी मात्रा में खरीददारी हो सकती है।
पूरे महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का माहौल उत्साह से भरा हुआ है। महायुति और महा विकास अघाड़ी जोर-शोर से प्रचार कर रही है। अब कपड़ा उद्योग का भाग्य चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद सत्ता में आने वाली सरकार ही तय करेगी। इसे देखते हुए पिछले कई वर्षों में बार-बार मांग के बावजूद कपड़ा उद्योग से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। सभी राजनीतिक दल सत्ता पाने के लिए बड़े-बड़े वादे करते रहे हैं। लेकिन यह सच है कि इस पर अमल नहीं हो रहा है।