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लेडीज परिधानों में बढ़ने लगी डिमाण्ड: बाजार में माल की गुणवत्ता के कारण  ग्राहक दे रहे है प्राथमिकता
By Textile Mirror - 23-08-2025

बालोतरा/ औद्योगिक क्षेत्र में हलचल परिलक्षित होने लगी है। ऐसा लगता है कि स्वतंत्रता दिवस के साथ व्यावसायिक गतिविधियों में चेतना का संचार होनी निश्चित है। दिशावरी मण्डियों के व्यापारियों से भी  अच्छे संकेत मिल रहे है। वर्तमान में भले ही माल चालानी में दम न हो परंतु आगे दमदार ग्राहकी की संभावना प्रबल है। फिलहाल मौसम की प्रतिसूचना श्रमिकों की कमी व भुगतान संकट के कारण उत्पादन बाधित है, परंतु उम्मीद है कि चंद दिनों में व्यवस्थित उत्पादन प्रक्रिया प्रारंभ हुए बिना नहीं रहेगी।
नाईटी क्लोथ में रजवाड़ी का क्रेज फीका पड़ता नजर आ रहा है।  वहीं पोशियन नाईटी की मांग में बढ़ोतरी का ग्राफ है। ग्रे क्लोथ के भावों में उछाल से बाजार की मायूसी के स्थान पर रौनक उभर रही है। पोपलीन, पेटीकोट, अस्तर, साड़ी, फॉल, केसमेंट की व पोकेटिंग क्लोथ रोटो की मांग उभरी है समग्र रूप से अध्ययन किया जाय तो मुख्य रूप से माल चालानी उन्हीं यूनिटों से हो रही है। जिनके पास ब्राण्ड इमेज की साख है। ऐसी यूनिटों को माल बेचने हेतु विशेष प्र्रयासों की आवश्यकता नहीं रहती। कुछ उत्पादकों ने बताया कि उनके माल की कई मंडियों में धाक हैं वहां उनके माल की गुणवत्ता के कारण प्राथमिकता रहती है।
फेंट की मांग है परंतु उत्पादन कम के कारण पर्याप्त मात्रा में मिल नहीं पा रहा है। इसके फलस्वरूप कई व्यापारियों ने कई यूनिटों से वर्ष भर का कॉन्टेक्ट कर दिया है। जितना माल निकले उन्हें भेजते रहे। उत्पादन प्रक्रियाएं तब ही व्यवस्थित व नियमित हो सकेगी जब आकाश साफ होगा और मजदूर वर्ग की उपस्थिति हो जायेगी। स्थानीय उत्पादक क्वालिटी को मेंटेन रखने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाने में नहीं हिचकते। उनका मुख्य ध्येय यह रहता है कि लागत कम से कम बढ़े और माल अधिक से अधिक गुणवत्तापूर्ण हो। वर्तमान बाजार में आकर्षक पैकिंग को विशेष प्रोत्साहन मिल रहा है। इस हेतु व्यवस्थित व सुंदर पैकिंग हेतु उद्यमी नये-नये प्रयोग करते लग रहे है।
श्रावण मास के कारण धार्मिक क्रियाओं उद्यमी व नागरिकगण विशेष रूचि दिखा रहे है। धार्मिक अनुष्ठानों प्रवचनों व पूजा अर्चना का माहौल स्तुति जन्य लग रहा है। यह क्षेत्र कई प्रमुख धार्मिक स्थानों से सम्ब( होने से यहां के उद्यमियों व नागरिकों में धार्मिक आस्था का स्त्रोत स्वतः ही प्रस्फुटित होता लगता है। आयकर आयुक्त सुधांशु शेखर झा के आगमन पर संब( संस्थानों ने उनका भव्यता से सम्मान किया। जसोल धाम के पावन स्थल पर 150 बालिकाओं का दो दिवसीय शिविर सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। धाम के अध्यक्ष रावल किशनसिंह ने व्यवस्था को अंजाम दिया। क्षेत्र की प्रथम नारी शक्ति उनायिका सरल हृदयी सहज  आत्मीयता की प्रतीक पूर्व मंत्री श्री मती मदन कौर के निधन पर श्र(ांजलि सभा आयोजित की गई। 
जल प्रदूषण के निराकरण हेतु जिस ठोस कार्य योजना की तरफ कार्य किये जाने की संभावना है उससे बालोतरा, पाली, जोधपुर, जसोल,  बिठूजा के उद्यमियों के साथ आम नागरिकों को भारी राहत का एहसास होगा।

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