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टेक्सटाइल और चिपकने वाले उद्योगों की बढ़ती रुचि से क्षेत्र को नई रफ्तार
मध्य प्रदेश के तेजी से विकसित हो रहे जेतापुर औद्योगिक क्षेत्र ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। हाल ही में जारी हुई औपचारिक जानकारी के अनुसार, इस क्षेत्र में 25 से अधिक कंपनियों ने अपने निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए हैं, जिनमें से कई पहले ही संचालन शुरू कर चुकी हैं या निर्माण प्रक्रिया में हैं।
मुख्य हाइलाइट्स-
-200 हेक्टेयर भूमि में विकसित इस क्षेत्र में टेक्सटाइल, गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग, चिपकने वाले, और निर्माण सामग्री उद्योगों की प्रमुख भागीदारी देखी जा रही है।
-अब तक 25 इकाइयों को भूमि आवंटित की जा चुकी है, जिनमें 4 इकाइयों ने उत्पादन आरंभ कर दिया है और 15 निर्माण चरण में हैं।
अनुमानित निवेश-
-चिपकने वाले और निर्माण समाधान निर्माता- 31 करोड़ रुपये
-परिधान ;गारमेंटद्ध कंपनियाँ- 70 करोड़ रुपये से अधिक
मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘जेतापुर क्लस्टर अब एक नया मैन्युफैक्चरिंग हब बनता जा रहा है। यह निवेश न केवल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को गति देगा बल्कि सैकड़ों लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराएगा।’
निवेश का मुख्य कारण-
-सुव्यवस्थित बुनियादी ढांचा
-परिवहन और लॉजिस्टिक्स की बेहतर सुविधा
-राज्य सरकार की उद्योग-समर्थक नीतियाँ
-कच्चे माल की आसान उपलब्धता और कुशल श्रमिकों की उपस्थिति
सरकार की योजनाएं-
राज्य सरकार एमएसएमई को तकनीकी सहायता, बिजली दरों में छूट और सब्सिडी जैसी सुविधाएं प्रदान कर रही है।
आने वाले महीनों में ‘गारमेण्ट टेªनिंग एण्ड इनोवेशन सेण्टर’ की स्थापना की योजना है ताकि स्थानीय युवाओं को आवश्यक कौशल मिल सके।
भविष्य की दृष्टि-
राज्य सरकार का लक्ष्य जेतापुर को एक ‘टेक्सटाइल और स्पेशल्टी मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर’ के रूप में विकसित करना है, जो न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रतिस्पर्धी बन सके।
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