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पीएचडीसीसीआई ने पानीपत के वस्त्र उद्योग का तकनीकी रूपांतरण: उच्च मूल्य, बेहतर कल विषय पर किया चिंतन शिविर
शिक्षण संस्थानों में बनाई जा रही टेक्निकल टेक्सटाइल शोध लैब
पानीपत/ भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत चल रहे नेशनल टेक्निकल टेक्सटाइल मिशन के निदेशक अशोक मल्होत्रा ने कहा है कि कपड़े तथा इससे जुड़े उद्योगों को आधुनिक तकनीक पर आधारित टेक्निकल टेक्सटाइल को अपनाकर अपने उद्योगों को अपग्रेड करना चाहिए क्योंकि आने वाला भविष्य में भारत ही नहीं विदेशों में भी टेक्निकल टेक्साटाइल की मांग बढ़ेगी।
मल्होत्रा आज पानीपत में पीएचडी चौंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित चिंतन शिविर में भाग लेकर पानीपत के उद्यमियों, अकेडमिक तथा तकनीकी संस्थाओं के शोधार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
शिविर का विषय-
पानीपत के वस्त्र उद्योग का तकनीकी रूपांतरणरूउच्च मूल्य, बेहतर कल था। कार्यक्रम में 300 से अधिक उद्यमियों व अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि एनटीटीएम के वर्कर, सुपरवाइजर तथा इंजीनियर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में लगातार शोध हो रही है। जिसके लिए शिक्षण संस्थानों में 15 करोड़ रुपये की लागत तक लैब शुरू की जा रही हैं तथा शिक्षण संस्थानों में टेक्निकल टेक्सटाइल के पाठयक्रम शुरू करवाए जा रहे हैं। इसके अलावा स्टार्टअप को 50 लाख रुपये तक का अनुदान देकर बढ़ावा दिया जा रहा है।
ग्लोबल एलांइस फोर टेक्सटाइल सस्टेनेबिल्टी काउंसिल के चेयरमैन पविंद्र सिंह ने कहा कि अगर हमें कपड़ा उद्योग के कारोबार को बढ़ाना है तो उसके लिए टेक्साटाइल को अपनाना होगा। उन्होंने पीएचडीसीसीआई द्वारा किए गए आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छोटे उद्योगों को योजनाएं और कानून की जानकारी जरूरी है।
इस अवसर पर बोलते हुए वस्त्र मंत्रालय की शोध संस्थान नार्दन इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन के महानिदेशक डा.एमएस परमार ने कहा कि इस क्षेत्र में लगातार शोध हो रही है। आक या मदार से निकलने वाले फाइबर भारतीय सैनिकों के लिए ऐसी जैकेट तैयार की जा रही है, जो माइनस तापमान में भी कारगर होगी। हरियाणा के सिरसा में एक पायलट प्रोजैक्ट शुरू किया गया है।
कार्यक्रम के दौरान आईआईटी दिल्ली के प्रो.बिपिन कुमार के संयोजन में अटल सेंटर ऑफ टेक्सटाइल रीसाइकलिंग एंड सस्टेनेबिल्टी को लांच किया गया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त मेजर जनरल अशीम कोहली द्वारा नेशनल फ्लैग रीसाइकलिंग अथवा रीसाइकल होने वाले राष्ट्रीय ध्वज को लांच किया गया। कार्यक्रम के दौरान अटल इंक्यूबेशन सेंटर आईआईटी दिल्ली के सहयोग से टेक्सटाइल टेक इनोवेटर भी लांच किया गया।
पीएचडीसीसीआई टेक्सटाइल कमेटी के को-चेयर एवं पोलीस्टर टेक्सटाइल इंडस्ट्री एसोसिएशन के सेक्टरी जनरल आरके विज ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य टेक्नीकल टेक्सटाइल के क्षेत्र में हो रही शोध सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में उद्योगपतियों को बताना है। भविष्य में इसका विस्तार किया जाएगा।
बाक्स बनाना है इस पेरे से
बुलेट प्रूफ जैकेट व तिरंगा होगा रीसाइकिल
पीएचडी चैंबर असॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित किए गए चिंतन शिविर में पहुंचे विशेषज्ञों ने बताया कि सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बुलेट प्रूफ जैकेट को भी अब रीसाइकिल करके दस्ताने बनाए जाएंगे। इसके अलावा गृहमंत्रालय के नियमों तथा राष्ट्रीय सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को भी अब रीसाइकिल किया जा सकेगा। तिरंगे को रीइसाकिल करके उसके दोबारा इस्तेमाल को लेकर विशेषज्ञों द्वारा लगातार शोध की जा रही है।
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