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सूरत मर्केन्टाइल एसोसिएशन व पलसाना एनवायरमेंट प्रोटेक्शन लिमिटेड के मध्य व्यापारिक समझौता
By Textile Mirror - 02-06-2025

 एसएमए प्रोसेसरों के फंसे पेमेंट को दिलाने में सहायक बनेगी
सूरत/ मर्केन्टाइल एसोसिएशन की 201वीं नियमित  साप्ताहिक ‘समस्या समाधान मीटिंग’ का आयोजन व्यापारियों निःस्वार्थ सेवा में  25 मई को माहेश्वरी भवन, बोर्ड रूम पहला माला पर सीटी लाइट के प्रांगण में ‘ए एमए’  प्रमुख  नरेन्द्र साबू व उनकी पूरी पंच पैनल एवं कोर कमेटी टीम’ की अगुवाई में आयोजित की गई है।
इस सप्ताह की मीटिंग में 114 व्यापारियों की सादर उपस्थिति रही और 10 आवेदन पत्र समस्या समाधान हेतु पर सुनवाई हुई जिसमें से 1आवेदन का समाधान तुरंत बातचीत द्वारा किया तथा बकाया आवेदन मामलें पंच पैनल एवं लीगल टीम को सौंप दिये गये हैं जोकि समयानुसार समाधान प्रक्रिया में आ जायेंगे।
मीटिंग में सबसे महत्वपूर्ण विषय की जानकारी देते हुए बताया कि ‘सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन’ और ‘पलसाना एनवायरनमेंट प्रोटक्शन लिमिटेड’ के बीच में जो ‘व्यापारिक समझौता’ हुआ है उसके अंतर्गत प्रोसेस हाउस वालों को जो व्यापारी भाई पैसा नहीं दे रहे हैं उसमें सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन मदद करेगा और जो ट्रेडर्स का प्रोसेस हाउस वालों से विवाद हो रहा है उनकी समस्या का निदान पलसाना एनवायरनमेंट प्रोटक्शन लिमिटेड संस्था करेगी।
एसएमए और पीईपीएल के मध्य जो व्यापारिक गठजोड़ हुआ है उसके व्यापारिक हित में बहुत कारगर दूरगामी परिणाम आयंेगे।
इस ‘संयुक्त संगठन’ के सकारात्मक प्रयास से व्यापारी भाइयों और प्रोसेस हाउस वालों के 7 दिन के अंदर अटके हुए 12 लाख रुपए समाधान करवाकर  दिलवाए है जो अपने आप में बहुत सराहनीय है। इस गठबंधन से दोनों संस्थाओं के सदस्यों को बहुत फायदा पहुंचेगा।
मीटिंग में संगठन ने मुंबई की बहुत बड़ी ‘एनबीएफसी फाइनेंस इन्वेस्टमेंट कंपनी’ को सादर आमंत्रित किया है। 6 महीने पहले भी इस कम्पनी को आमंत्रित किया गया था। सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन के सदस्यों की तरफ से काफी इन्वेस्टमेंट हुआ है। यह कंपनी सालाना फिक्स इनकम के हिसाब से हर महीने जो ब्याज दे रही है उससे व्यापारी वर्ग को इस मंदी में काफी सहारा लगा है।
आज जो व्यापारिक माहौल बन रहा है उसमें रोजगार के लिए आवक के और भी स्रोत होने चाहिए। वैसे भी आज के समय ओर माहोल में मल्टीपल आमदनी के स्त्रोत होने चाहिए। 
मीटिंग का मुख्य आकर्षण ऐसे परिवारों का सम्मान करना था जहां पर तीन पीढ़ियां बैठकर एक साथ व्यापार कर रही है यानि ‘त्रिवेणी’ तीन विभिन्न विचारधाराआंे का संगम’
इस कार्यक्रम के अन्तर्गत सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन ने ऐसे 15 व्यापारिक परिवारों का सम्मान किया जो अपने आप में एक अनूठा उदाहरण है।
अध्यक्ष नरेंद्र साबू ने बताया आज यंग जनरेशन को अपने पारंपरिक व्यापार में जुड़ना बहुत जरूरी है। उन्होंने सूरत के व्यापार का 50 साल का इतिहास बताया और यह भी बताया कि अब नई जनरेशन व्यापार से जुड़ना नहीं चाहती जिसके कारण इस प्रकार है.......
सूरत का कपडा व्यवसाय लगभग 50 वर्षों से बहुत ही व्यवस्थित हो रहा है। खासतौर से सूरत टेक्सटाइल मार्केट बनने के बाद और गत 50 वर्षों से सूरत का व्यापार शून्य से शिखर तक अग्रसर है।
लेकिन इसके बावजूद अभी हाल की जो स्थिति है, उसमें नई यंग जनरेशन कपड़े के व्यापार में आने से घबराती है। इसका मुख्य कारण व्यापार में हो रही अनियमितताएं, चीटिंग, धोखेबाजी ओर कम्पीटीशन है जो आजकल की जनरेशन को पसंद नहीं है। इसके चलते व्यापार के प्रति उदासीनता है।
मीटिंग में इन यंग जनरेशन को उन्होंने संबोधित करते हुए बोला कि आप लोग दिशा दें ताकि व्यापार और सुचारू रूप से चलें।
उपरोक्त मीटिंग में ‘एसएमए’ परिवार के अशोक गोयल, सुरेंद्र अग्रवाल, राजीव उमर, हेमन्त गोयल, राजकुमार चिरानिया, दुर्गेश टिबडेवाल, मनोज अग्रवाल, राजेश गुरनानी, संदीप अग्रवाल, रामकिशोर बजाज, संजय अग्रवाल आदि सदस्यों की सादर उपस्थिति में सम्पन्न हुई है।

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