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थोक और खुदरा व्यापारियों में लौटा आत्मविश्वास
उज्जैन/ जहां एक ओर वैश्विक स्तर पर ईरान और इज़राइल के बीच टकराव ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचाई है, वहीं दूसरी ओर उज्जैन सहित मालवा-निमाड़ क्षेत्र में मानसून की कृकृपा से कपड़ा व्यापार में नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक आते ही थोक और खुदरा कपड़ा बाजारों में ग्राहकी की चहल-पहल शुरू हो गई है। बारिश के अनुकूल मौसम ने बाजार में भरोसे का माहौल बनाया है और व्यापारियों की उम्मीदें एक बार फिर से परवान चढ़ रही हैं।
रक्षाबंधन पर ग्राहकी की पूरी उम्मीद
इस वर्ष रक्षाबंधन 1 अगस्त को आ रहा है। थोक व्यापारियों का मानना है कि इस पर्व की ग्राहकी लगभग 25 से 30 दिन तक चलेगी। व्यापारियों को पूरा भरोसा है कि 20 जुलाई के बाद खुदरा बाजार में ग्राहकों की आमद तेज होगी और अगस्त में रौनक अपने चरम पर होगी। खुदरा व्यापारी भी कह रहे हैं कि अच्छी बारिश से उपभोक्ता का आत्मविश्वास बढ़ा है, जिससे इस बार रक्षाबंधन पर बाजार में जबरदस्त बिक्री हो सकती है।
यूनिफॉर्म वस्त्रों की वापसी
बारिश और स्कूल खुलने के साथ यूनिफॉर्म वस्त्रों की मांग में फिर तेजी आई है। शर्टिंग और सूटिंग की अच्छी मांग है। मुंबई की मिलें अगस्त-सितंबर में अपनी नई स्कीमों और डिज़ाइन पैटर्न के साथ बाजार में उतरने की तैयारी कर रही हैं। उज्जैन स्थित श्री आनंद टेक्सटोरियम के अनुसार सूरत की प्रमुख कंपनी पगारिया सिंथेटिक्स ने रक्षाबंधन को ध्यान में रखते हुए आकर्षक फैंसी शर्टिंग बाजार में उतारी हैं। सोधर्म टेक्सटाइल की क्वालिटियां भी काफी मांग में हैं।
थोक बाजार में सजने लगे रंगीन परिधान
गुरूकृपा टेक्सटोरियम, मयूर टेक्सटाइल, स्वामीजी ट्रेडर्स, ममता ट्रेडर्स और सुशीलकुमार मनीषकुमार जैसे प्रतिष्ठानों में शर्टिंग, सूटिंग और पेंट-शर्ट सेट की अच्छी मांग देखी जा रही है। अरिहंत ट्रेडर्स उज्जैन का प्रकाश प्रीमियम भी विशेष मांग में है।
साड़ियों और सलवार सूटों में फैंसी ट्रेंड
श्री विजय जैन ;बड़े बाबा इंटरनेशनलद्ध और पवन गोधा जैसे व्यापारी बता रहे हैं कि रक्षाबंधन के अवसर पर फैंसी क्वालिटी की साड़ियाँ और सलवार सूट विशेष रूप से मांग में हैं। प्रिंटेड साड़ियाँ, गोटा किनारी, लहंगा चुनरी व लांचा जैसे परिधानों की बिक्री की संभावना जताई जा रही है। लहरिया डिज़ाइनों की ओर ग्राहकों का रुझान बढ़ रहा है और पुराने लहरिया स्टॉक के निकलने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है।
बदलते मौसम में डिस्काउंट की बौछार
बारिश ने वातावरण को ठंडा बना दिया है, जिससे बाजार का मिजाज भी बदल रहा है। जगह-जगह डिस्काउंट ऑफर चल रहे हैं ताकि पुराने स्टॉक को हटाकर नया माल सजाया जा सके। यह रणनीति ग्राहकों को आकर्षित कर रही है।
इस बार रक्षाबंधन के साथ मानसून ने व्यापार में नई जान फूंकी है। बाजार में सकारात्मकता लौट रही है और व्यापारी आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। आने वाले दिनों में रक्षाबंधन और त्योहारों के चलते कपड़ा कारोबार में और तेजी आने की पूरी संभावना है।