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ये नया भारत है, गोली का जवाब मिलेगा गोले से
हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए यु( कल्पना या नवीनतम घटनाक्रम के संदर्भ में ने भारत की जो छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत की है, वह कई पहलुओं से महत्वपूर्ण रही है। इस संघर्ष ने भारत को एक सशक्त, रणनीतिक और संतुलित शक्ति के रूप में उभारा है। भारत की उभरी हुई छवि के प्रमुख आयाम को इस प्रकार समझ सकते हैं-
निर्णायक और आत्मनिर्भर राष्ट्र की छवि
इस संघर्ष के दौरान भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह अब केवल रक्षा की मुद्रा में नहीं रहेगा, बल्कि पूर्व-खतरे की पहचान करके रणनीतिक प्रतिक्रिया देने में भी सक्षम है। भारत की तेज़, योजनाब( और उच्च तकनीक आधारित सैन्य कार्रवाई ने यह संदेश दिया कि भारत अब निर्णय लेने में तेजी और साहस दिखाने वाला राष्ट्र बन गया है।
वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ अगुआ राष्ट्र
भारत ने यह यु( केवल पाकिस्तान से नहीं, बल्कि सीमापार आतंकवाद के खिलाफ लड़ा। भारत की यह स्पष्ट रणनीति सामने आई कि वह अब आतंकवाद को एक राष्ट्र की सीमा तक सीमित समस्या नहीं मानता, बल्कि इसे एक वैश्विक खतरा के रूप में देखता है। इससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भारत की छवि एक दृढ़ और जिम्मेदार लोकतंत्र की बनी।
तकनीकी और सैन्य रूप से परिपक्व राष्ट्र
भारत ने इस संघर्ष में ड्रोन टेक्नोलॉजी, सैटेलाइट इंटेलिजेंस, साइबर डिफेंस, और सटीक मिसाइल क्षमता का प्रदर्शन किया। इससे यह सि( हुआ कि भारत अब एक हाईटेक डिफेंस इकोसिस्टम विकसित कर चुका है और वह किसी भी प्रकार की पारंपरिक या असमयित यु( शैली से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
संयमित लेकिन शक्तिशाली राष्ट्र
इस यु( में भारत ने जहां ज़रूरी सैन्य प्रतिक्रिया दी, वहीं उसने राजनीतिक और कूटनीतिक संतुलन भी बरकरार रखा। भारत ने यह दिखाया कि वह यु( नहीं चाहता, पर यदि उकसाया जाए तो वह मूकदर्शक नहीं रहेगा। भारत की इस नीति को ‘शांतिप्रिय लेकिन सशक्त’ के रूप में व्यापक प्रशंसा मिली।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग के केंद्र में भारत
भारत ने यु( के दौरान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन के लिए कठघरे में खड़ा किया। कई बड़े देशों जैसे अमेरिका, फ्रांस, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने भारत की स्थिति का समर्थन किया। इससे भारत की छवि एक वैश्विक सहयोगी और विश्वसनीय लोकतंत्र के रूप में मजबूत हुई।
आंतरिक एकता और राष्ट्रीय भावना का प्रदर्शन
भारत में इस संघर्ष के दौरान जनता, मीडिया, सरकार और सेनाओं के बीच असाधारण एकता देखने को मिली। इससे देश की आंतरिक स्थिरता और लोकतांत्रिक मजबूती का संदेश भी दुनिया को गया।
हालिया भारत-पाक यु( ने भारत को एक सक्षम, निर्णायक, और अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी निभाने वाले राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत किया है। भारत अब केवल प्रतिक्रिया देने वाला देश नहीं है, बल्कि वह रणनीति बनाने, कार्य करने और भविष्य को दिशा देने वाला वैश्विक खिलाड़ी बन चुका है।