It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने किया भारत की पहली फैशन पूर्वानुमान पहल ‘विज़ियो नेक्स्ट’ का शुभारंभ
By Textile Mirror - 26-09-2024

फैशन उद्योग को विज़ियो नेक्स्ट की आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस और इमोशनल इंटेलिजेंस आधारित प्रवृत्ति अंतर्दृष्टि से लाभ होगा -श्री गिरिराज सिंह
नई दिल्ली/ केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) के द्विभाषी वेब पोर्टल ‘विज़ियो एनएक्सटी फैशन पूर्वानुमान पहल’ और भारत-विशिष्ट फैशन ट्रेंड बुक ‘परिधि 24-25’ का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय वस्त्र और विदेश राज्य मंत्री, श्री पबित्रा मार्गेरिटा और वस्त्र मंत्रालय में सचिव श्रीमती रचना शाह भी उपस्थित थीं।
श्री गिरिराज सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में ‘विज़ियो नेक्स्ट’ परियोजना शुरू की गई है। श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद, भारत ने स्वदेशी डिजाइन और विनिर्माण को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया और  ‘विज़ियो नेक्स्ट’ इसी बदलाव का परिणाम है।
श्री सिंह ने कहा कि तेज फैशन के इस युग में, ‘विज़ियो नेक्स्ट’ पहल स्वस्थ वैश्विक प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहन देगी और भारतीय संस्कृति और डिजाइन को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि फैशन उद्योग को  ‘विज़ियो नेक्स्ट’ द्वारा पेश की गई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ;एआईद्ध और इमोशनल इंटेलिजेंस (ईआई) आधारित ट्रेंड अंतर्दृष्टि से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि यह सेवा भारत को वैश्विक फैशन क्षेत्र में अग्रणी के रूप में स्थापित करेगी।
वर्ष 2017 में वैश्विक वस्त्र शिखर सम्मेलन में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उद्योग हितधारकों के लिए भारत-विशिष्ट वास्तविक समय प्रवृत्ति अंतर्दृष्टि की उपलब्धता में अंतर पर प्रकाश डाला। तकनीक-सक्षम प्रवृत्ति पूर्वानुमान प्रणाली की आवश्यकता को पहचानते हुए, भारत का उद्देश्य भारतीय नागरिकों की मानसिकता और आकांक्षाओं को समझने - अपने प्रभाव को बाहर की ओर प्रदर्शित करते हुए भीतर से प्रेरणा लेने के लिए एक गतिशील संवाद में शामिल होना है।
इसके जवाब में, ‘विज़ियो नेक्स्ट’ एक ट्रेंड इनसाइट्स और फोरकास्टिंग इनिशिएटिव की कल्पना और स्थापना वर्ष 2018 में वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) दिल्ली ;क्रिएटिव लैबद्ध और राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) चेन्नई (इनसाइट्स लैब) में की गई थी। अब चेन्नई में केंद्रीकृत, भारतीय फैशन और खुदरा बाजार के लिए प्रवृत्ति अंतर्दृष्टि और पूर्वानुमान देने पर केंद्रित है। यह विभिन्न प्रवृत्ति संबंधी परामर्श सेवाएँ, शैक्षणिक पाठ्यक्रम, कार्यशालाएँ आदि भी प्रदान करता है।
राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) विज़ियो नेक्स्ट भारत की अपने तरह की प्रथम पहल है जो फैशन ट्रेंड अंतर्दृष्टि और पूर्वानुमान उत्पन्न करने के लिए आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस ‘एआई’ और इकोशनल इंटैलिजेंस ‘ईआई’ को जोड़ती है। इसका मिशन व्यापक रुझानों और अंतर्दृष्टि को शामिल करते हुए भारत की सकारात्मक बहुलता, सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक-आर्थिक बारीकियों को दर्शाते हुए भू-विशिष्ट रुझानों की पहचान, मानचित्रण और विश्लेषण करना है।
पूर्वानुमान क्षेत्र में भारत के प्रवेश से कई लाभ मिलते हैं- यह वैश्विक पूर्वानुमान एजेंसियों पर निर्भरता को कम करता है, भारतीय फैशन उपभोक्ताओं में अद्वितीय अंतर्दृष्टि प्रदान करता है, वस्त्रों के साथ सूचना प्रौद्योगिकी में भारत की शक्ति को एकीकृत करता है और कृत्रिम और मानव बुद्धि को जोड़ता है।
बुनकरों, निर्माताओं, खुदरा विक्रेताओं, घरेलू व्यवसायों, घरेलू डिजाइनरों और फैशन ब्रांडों का सहयोग करने के लिए, यह रिपोर्ट ‘विज़ियो नेक्स्ट’ पोर्टल ‘विजन-पद’ के माध्यम से हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध है। यह पहल उपयोगकर्ताओं को इस विविध राष्ट्र के लिए उपभोक्ता-केंद्रित, लक्षित संग्रहों को डिज़ाइन करने, उत्पादन करने और शुभारंभ करने के लिए सशक्त बनाती है। ‘परिधि भारत-विशिष्ट फैशन रुझानों का प्रसार करने के लिए एक वेब पोर्टल के साथ-साथ विज़ियो एनएक्सटी द्वारा पहले समावेशी फैशन प्रवृत्ति पूर्वानुमान के शुभारंभ का प्रतीक होगा।
‘विज़ियो नेक्स्ट’ ने इसे ‘डीपविज़न’ नामक एक अद्वितीय भविष्यवाणी मॉडल के विकास के माध्यम से हासिल किया है, जिसे भारत में फैशन रुझानों को डिकोड करने और व्याख्या करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह मॉडल विज़ियो नेस्क्ट की इनसाइट्स लैब में कनवल्शनल न्यूरल नेटवर्क आर्किटेक्चर का उपयोग करके उत्पाद विशिष्टताओं की पहचान करता है, जैसे कि कोई वस्तु कुर्ता है या कुर्ती, लाल है या पीली, सादा है या धारीदार, छोटी है या लंबी, अन्य विशेषताओं के बीच। फिर इन जानकारियों को डिज़ाइन और रंग निर्देशों के साथ व्यापक रिपोर्ट में बदल दिया जाता है।
इन-हाउस विकसित एक अग्रणी आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस ‘एआई’ डीप लर्निंग मॉडल, अनिवार्य सटीकता के साथ गणना के माध्यम से 60 से अधिक भारतीय परिधान और 40 पश्चिमी परिधान श्रेणियों की पहचान करता है, मशीन लर्निंग अनुप्रयोगों की सुविधा प्रदान करता है- जो भारत में पहली बार हुआ है। इस पहल में शैली, रंग और क्षेत्रीय लहजे सहित प्रमुख परिधान विशेषताओं में पैटर्न की पहचान करने के लिए 280,000 से अधिक माध्यमिक छवि डेटा के साथ 70,000 से अधिक प्राथमिक परिधान छवियों का एक व्यापक डेटासेट बनाना भी शामिल था।
‘विज़ियो नेक्स्ट’ विश्व स्तर पर भारत को फैशन रुझानों की भविष्यवाणी करने वाले देशों में रखता है, जिससे भारतीय फैशन शब्दावली और पहचान की आवश्यकता बढ़ती है और अंतर्राष्ट्रीय ट्रेंड एजेंसियों पर निर्भरता कम होती है।
 

सम्बंधित खबरे

Advertisement