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सूरत मर्कन टाइल एसोसिएशन के प्रयासों से
By Textile Mirror - 06-09-2024

जुलाई माह में 42 आवेदनकर्ता कपड़ा व्यवसाहियों के 1,75 करोड़ की अटकी बकाया रकम का समाधान कराया
सूरत/सुरत मर्कनटाइल ऐसोसिएशन की 179 वीं नियमित  साप्ताहिक समस्या समाधान मिटिंग का आयोजन व्यापारी भाईयों की निस्वार्थ सेवा में दिनांक 28 जुलाई 2024 रविवार को प्रातःकाल 09/30 से 10/30  बजे तक माहेश्वरी भवन,बोर्ड रुम पहला माला पर सीटी लाइट के प्रांगण में ’ष्एस एम एष्  प्रमुख  नरेन्द्र साबू व उनकी पूरी पंच पैनल एवं कोर कमेटी टीम’ की अगुवाई में आयोजित की गई है।
इस सप्ताह की मिटिंग में 90 व्यापारी भाईयों की सादर उपस्थिति रही और 15 आवेदन पत्र समस्या समाधान हेतु पर सुनवाई हुई जिसमें से 1आवेदन का समाधान तुरंत बातचीत द्वारा किया तथा  बकाया आवेदन मामलें पंच पैनल एवं  लीगल टीम को सौंप दिये गये हैं जो की समयानुसार समाधान प्रक्रिया में आ जायेंगे।
 मीटिंग सूरत टैक्सटाइल मार्केट के प्रसिद्ध व्यापारी मालू जी के प्रतिनिधि आए और उन्होंने संगठन का धन्यवाद किया जिसमें 6 माह पूर्व आपके द्वारा आवेदन पत्र दिया गया था जिसमें उनका 43 लाख रुपए एक व्यापारी से लेने थे और इस सप्ताह में उन्हें वह रुपए मिल गए है। संगठन का बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए वह बोले की विश्व में पहला ऐसा अनोखा संगठन है जो निशुल्क और निस्वार्थ यह सेवा दे रहा है। आपने संगठन के उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की।
जुलाई के महीने में संगठन ने अपनी कार्यशैली के बारे में बताया जिसमें 42 आवेदन पत्र का समाधान कराया गया जिसमें व्यापारी भाइयों को एक करोड़ 75 लाख रुपए की बड़ी रकम समाधान करवा कर दिलवाई गई है।
आज के मुख्य एजेंडा पर व्यापारिक चर्चा करतें हुए  सब व्यापारियों की सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया अगर व्यापारी भाइयों को बिना सहमति के 120 दिन या उससे लेट पेमेंट मिलेगा ओर अगर व्यापारी भाई  आवेदन पत्र करेगा तो सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन उपरोक्त व्यापारी का नाम उसकी फोटो सभी ग्रुपों में वायरल करेंगे और उस व्यापारी को संगठन द्वारा ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा ताकि और दुसरे व्यापारी लेट पेमेंट की तकलीफ से मुक्त हो सकें।
 23 जुलाई को देश का आम बजट वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया है। उस संदर्भ में बजट पर चर्चा हेतु सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन की लीगल कमेटी के इनकम टैक्स, जीएसटी और एमएसएमई संबंधित चार्टर्ड अकाउंटेंट श्रीमान आकाश जी अग्रवाल और श्रीमान रितेश जी सिंगल को आज सादर आमंत्रित किया गया है।  ’आपने जो व्यापारी वर्ग को बताया वह इस प्रकार है.......’ 
हाल ही के बजट में वस्त्र व्यापारियों के लिए ज्यादा कुछ नहीं था। उम्मीद थी कि धारा 43ठ(ी) में कुछ राहत मिलेगी, जो वर्तमान में बिना किसी तंत्र के लागू की जा रही है और बहुत ही अस्पष्ट तरीके से लागू की जा रही है।
बजट में हुए कुछ बदलाव निम्नलिखित हैंरू
- सूचीबद्ध शेयरों/म्यूचुअल फंड पर अल्पकालिक पूंजीगत लाभ (ैज्ब्ळ) की दर 15ः से बढ़ाकर 20ः कर दी गई है।
- दीर्घकालिक संपत्ति पर इंडेक्सेशन लाभ हटा दिया गया है।
- भागीदारों के पारिश्रमिक/ब्याज पर 10ः टीडीएस।
- दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (स्ज्ब्ळ) की एकल कर दर 12.5ः कर दी गई है, जो पहले 20ः और 10ः थी।
- दलाली पर टीडीएस 5ः से घटाकर 2ः कर दिया गया है।
- पूंजीगत संपत्ति को दीर्घकालिक के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा यदि होल्डिंग अवधि 24 महीने से अधिक है।
- शेयरों पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (स्ज्ब्ळ) की छूट 1 लाख से बढ़ाकर 1.25 लाख कर दी गई है।
इसके तुंरत बाद बजट की व्यापारियों में आम चर्चा हुई और उस चर्चा का निष्कर्ष यह निकला की इस बजट से व्यापारी वर्ग को काफी उम्मीद थी पर निराशा हाथ लगी। व्यापारियों की जो मुख्य तकलीफ ’एमएसएमई आईटी एक्ट 2006’ जिसे ’इनकम टैक्स कानून’ के साथ जोड़ा गया उसमें कोई भी तरीके का संशोधन नहीं किया गया है। व्यापारी भाई बोले आगामी वर्ष का जो लग्न का सीजन फरवरी मार्च में आता है वह भी पिछले वर्ष के भांति बिगड़ने वाला है और दीपावली पर ही व्यापारियों को पूरे साल की वित्तीय वर्ष की समाप्ति करनी पड़ेगी जिससे वह आयकर विभाग की विपत्तियों से बच सके।
व्यापारियों में इस वर्ष में ऑडिट के दौरान जो पिछले वर्ष एमएसएमई आईटी एक्ट में पेमेंट लेट हुआ है उस पर क्या पेनल्टी आती है उसकी भी व्यापक चिंता थी।
डिजिटल समय के हिसाब से नए-नए अपराध बढ़ रहे हैं जिसमें अभी सबसे जो प्रमुख अपराध हो रहे हैं साइबर क्राइम या फिर आप इस साइबर फ्रॉड भी बोल सकते हैं और इन सब अपराधों को करने वाले बहुत ही ज्यादा शातिर होशियार और चालक पढ़े लिखे लोग होते हैं जिसमें सीधा व्यापारी और आम आदमी फंस जाता है। इस संदर्भ में यह अपराध किस प्रकार के होते हैं और यह अपराध किस तरीके से अपने को नुकसान पहुंचा सकते हैं तुरंत अपने को क्या कदम उठाने चाहिए और कहां पर जाकर इसका समाधान करवाना चाहिए। इन सब विषयों को लेकर जो सब आज की तारीख में बहुत चिंता की बात है उसके मार्गदर्शन हेतु ’श्रीमान डॉक्टर चिंतन पाठक जी’ को सादर आमंत्रित किया गया है। आपने अपने को साइबर क्राइम और इसके उपचार क्या है विषय में काफी जानकारी दी है।
मार्केट के व्यापारी नवरत्न भाई स्वामी व अन्य काफी व्यापारी ने अपनी साइबर संबंधित धोखाधड़ी से व्यापारी भाइयों को अवगत कराया है। 
आजकल साइबर अपराध जैसे निवेश धोखाधड़ी, वॉइस क्लोनिंग, प्रोफाइल हैकिंग, डीप फेक वीडियो, गलत सूचना और अन्य बहुत बढ़ गए हैं।
आजकल व्यवसाय के लिए डिजिटल भुगतान प्रणाली का अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है ऐसे में साइबर अपराधी नागरिकों की अज्ञानता का फायदा उठाकर साइबर अपराध को अंजाम देते हैं।
’विषय कवररू’
व्यवसायियों को नई तकनीक के जोखिमों और घोटालों के बारे में जागरूक करना 
दिन-प्रतिदिन के व्यवसाय में बदलती प्रौद्योगिकियों के जोखिमों को कैसे कम करें 
साइबर अपराध कार्यप्रणाली 
साइबर सुरक्षा उपाय 
साइबर अपराध की रिपोर्ट कैसे करें।
आपने जो मुख्य बातें समझातें हुये बताया की.... आप जिस मोबाइल से अपना व्यापारिक गतिविधियां करते हैं वह आप अलग रखिए और अपना सोशल मीडिया और पर्सनल इस्तेमाल के लिए मोबाइल अलग रखिए तो यह समस्या आसानी से टाली जा सकती है।
आपने बताया साइबर क्राइम से बचाव के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है और हमेशा आपको होशियार रहना पड़ेगा ताकि आपको कोई धोखा नहीं दे सके।
अगर आपके खिलाफ कोई साइबर क्राइम हो जाता है आपको तुरंत 72 घंटे के अंदर 1930 नंबर में जानकारी देनी पड़ेगी।
अगर वहां पर भी सुनवाई नहीं होती है तो फिर आप कंज्यूमर कोर्ट में भी जा सकते हैं।
आपने बताया आप सही जगह अप्रोच करेंगे और सही अथॉरिटी के पास जाएंगे तो आपके साथ जो धोखाधड़ी हुई है उसका निवारण जल्दी मिल जाएगा।
अंत में अपने अध्यक्षिय  संबोधन में नरेंद्र साबू ने बताया की नई उच्च तकनीक से फायदे भी हुए हैं तो नुकसान भी है अतः बहुत सोच समझकर निर्णय लेना चाहिए। अगर कोई समस्या होती है तो उसका तुरंत निदान करवाना चाहिए।
आपने व्यापारी भाइयों को बताया की जो भी 120 दिन लेट से पेमेंट की पार्टीया हैं आप उनसे अपना व्यापारिक संबंध खत्म कर लीजिए नहीं तो आपको उसका बहुत खामियाजा भुगतना पड़ेगा। आपका पैसा बाहर से आए या नहीं आए आपको सूरत वाले व्यापारियों को निश्चित पैसा चुकाना पड़ेगा।
मीटिंग का समापन स्वादिष्ट शानदार अल्पाहार  के साथ समपन्न हुआ।
उपरोक्त मिटिंग में ष्एस एम एष् परिवार के अशोक गोयल, राजीव उमर,सुरेन्द्र अग्रवाल, पाटोदिया,राजकुमार चिरानिया,दुर्गेश टिबडेवाल, मनोज अग्रवाल, राजेश गुरनानी,संदीप अग्रवाल,दीपक अग्रवाल, रामकिशोर बजाज,संदीप गुप्ता,अरविंद जैन,मुकेश अग्रवाल, केवल असीजा,राजेन्द्र कनोडिया, बंसत माहेश्वरी,अनिल भाऊवाला सुनील अग्रवाल आदि सदस्यों की सादर उपस्थिति में समपन्न हुईं है।
 

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