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सूटिंग-शर्टिंग में कॉटन एवं लिनन के प्लेन एवं सेल्फ डिजाइन की मांग
लहंगा एवं साड़ियों की मांग कमजोर: ड्रेस एवं ब्लाउज मटेरियल में कॉटन एवं बारीक फैब्रिक की मांग में इजाफा
नई दिल्ली/ दिल्ली कपड़ा बाजार में समर सीजन एवं लग्न की ग्राहकी सीमित है जबकि अपै्रल में अच्छे काम की उम्मीद थी। व्यापारियों का कहना है कि लहंगा एवं साड़ी में लग्न की विशेष ग्राहकी अभी तक नहीं चली है। सूटिंग-शर्टिंग में भी काम सीमित है जबकि ड्रेस एवं ब्लाउज मटेरियल में काम अच्छा है।
गर्मी के सीजन के हिसाब से कॉटन, लिनन एवं बारीक फैब्रिक्स की मांग में इजाफा हो रहा है। सूटिंग-शर्टिंग में कॉटन एवं लिनन के प्लेन एवं सेल्फ डिजाइन की मांग है। ड्रेस मटेरियल में पोपलीन, रूबिया एवं कॉटन-लिनन प्रिंट सहित बारीक सीजनल फैब्रिक्स की ग्राहकी में इजाफा हो रहा है। साड़ी, लहंगा आदि में मांग कमजोर बनी हुई है।
वेलवेट होम के श्री दीपक गुप्ता के अनुसार सूटिंग-शर्टिंग में लग्न एवं समर सीजन की ग्राहकी सीमित है। प्लेन एवं सेल्फ डिजाइन ही ज्यादा बिक रहे हैं। शर्ट में कॉटन की मांग ज्यादा है। सूटिंग में कॉटन एवं लिनन चल रही है। गर्मी की वजह से सिंथेटिक एवं एथेनिक फैब्रिक्स कम बिक रहा है।
सिंथेटिक सूटिंग-शर्टिंग, टीआर, कॉम्बी पैकिंग एवं सफारी में लग्न की ग्राहकी कमजोर है। सिंथेटिक में रेग्यूलर रंग एवं डिजाइन-प्लेन सेल्फ की मांग कम है। इस बार अप्रैल में लग्न की अच्छी ग्राहकी रहने की उम्मीद थी लेकिन बाजार में अपेक्षित काम नहीं हो रहा है।
सूटिंग-शर्टिंग में कॉटन एवं लिनन फैब्रिक्स की मांग बनी हुई है जबकि फिलहाल सिंथेटिक फैब्रिक्स में रेग्यूलर रेंज की ही मांग है। मई के लग्न के लिए कॉम्बी पैकिंग, सफारी एवं टीआर सूटलेंथ एवं एथेनिक की मांग कमजोर है जबकि टीआर में प्लेन एवं सेल्फ की मांग बनी हुई है। समर सीजन के लिए शर्टिंग एवं कुर्ता फैब्रिक्स में कॉटन एवं लिनन की मांग बनी हुई है। सिंथेटिक सूटिंग में लाइट कलर में प्लेन-सेल्फ की हल्की-फुल्की मांग है।
अरविंद मिल की कॉटन एवं लिनन सूटिंग-शर्टिंग एवं लेडीज कुर्ती फैब्रिक्स में मांग अच्छी बनी हुई है। अरविंद मिल की विभिन्न ब्राण्ड के तहत कॉटन एवं लिनन की विस्तृत रेंज बाजार में आ रही है और इसमें ग्राहकों का अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है। अरविंद के ट्रेस्का ब्राण्ड की सभी रेंज में काम हो रहा है। अरविंद के एथेनिक फैब्रिक्स सहित कॉटन, पीवी, पीसी, कॉटन-लिनन, प्योर लिनन, टीआर सूटलेंथ, कॉम्बी पैकिंग में मांग है। इसके अगाथे ब्राण्ड की सिंथेटिक, टीआर सूटलेंथ, कॉम्बी पैकिंग, सफारी में भी काम हो रहा है।
जार्जियो गुलिनी की सभी रेंज में ग्राहकी सामान्य बनी हुई है। मिल के सभी उत्पादों की मांग सामान्य बनी हुई है। लाइक्रा एवं चैक्स में ग्राहकी है। मिल के प्लेन, सेल्फ एवं डॉबी की मांग है।
ग्राडो के सम्पूर्ण कलेक्शन में ग्राहकी बनी हुई है। मिल की प्लेन एवं सेल्फ रेग्यूलर रेंज की मांग ज्यादा है।
ड्रेस मटेरियल- व्यापारियों का कहना है कि गर्मी का सीजन होने से कॉटन, लिनन एवं बारीक फैब्रिक्स की मांग अपेक्षाकृत ज्यादा है। ड्रेस मटेरियल में कॉटन प्लेन-पिं्रट, रेयोन एवं बारीक फैब्रिक्स की मांग अच्छी रही। पोपलीन रंगीन एवं सफेद में मांग में इजाफा हो रहा है। ब्लाउज मटेरियल टू बाई टू रूबिया की मांग बनी हुई है।
ड्रेस मटेरियल में पोपलीन रंगीन एवं व्हाइट गुड्स एवं कॉटन प्रिंट एवं बारीक सीजनल फैब्रिक्स की मांग बढ़ी है। लाइनिंग में भी ग्राहकी अच्छी है।
नारायण ट्रेडिंग कम्पनी के श्री धनप्रकाश गुप्ता एवं नारायणदास गुप्ता के अनुसार समर सीजन के सीजनल फैब्रिक्स की मांग बढ़ रही है। लग्न की भी ग्राहकी निकली है। कॉटन प्रिंट, कैम्ब्रिक प्रिंट, लॉन प्रिंट एवं लिनन प्रिंट एवं ग्लेज्ड कॉटन सॉटन की मांग बढी है। बिजी-लिजि प्रिंट एवं रेयोन की भी मांग रहेगी। नारायण के ब्राण्ड नाम से निर्मित कॉटन साटन, कैम्ब्रिक एवं रेयोन को ग्राहकों का अच्छा समर्थन मिला रहा है।
साड़ी एवं लहंगा-
लहंगा एवं साड़ियों में लग्न की ग्राहकी सीमित है। बाजार में अपेक्षित लग्न की अपेक्षित ग्राहकी नहीं चली है। खुदरा व्यापारी अपने स्टॉक के माल को बेचने के मूड में है। इसलिए नया माल कम खरीद रहे हैं। लहंगा-चुनरी की मांग सीमित है। व्यापारियों का कहना है कि बाजार में पैसे की तंगी के कारण ग्राहकी का प्रवाह नहीं बन पा रहा है। पैसे की तंगी के कारण व्यापारी मौजूद सीमित स्टॉक से काम चला रहा है।
जरी साड़ी सेंटर के श्री अमित गुप्ता के अनुसार बाजार में धन प्रवाह नहीं है। पैसे की तंगी के चलते व्यापारी नया स्टॉक नहीं खरीद रहा है। इसलिए ग्राहकी में तेजी नहीं आ रही है। बाजार में हैंडवर्क के लहंगे का चलन है। साड़ियांे में हैंडवर्क एवं सूरत के मशीन वर्क एवं प्रिंट का चलन बना हुआ हैै। सूरत की 500/2000 रुपए की साड़ियां बिक रही है जिसमें प्रिंट, डाइड एवं मशीन वर्क की मांग है।
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