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कोल्हापुर/ पाली में ;राजस्थानद्ध कपड़े पर प्रक्रिया करने वाले उद्योगों पर प्रदूषण के चलते कारवाई की है। जिससे इचलकरंजी से वहां पर जाने वाला ग्रे कपड़ा रुका हुआ है। दूसरी ओर विधानसभा चुनाव के चलते प्रचार तेजी से चल रहा है। इसमें पावरलूमधारक के साथ कामगार चले जाने के चलते पावरलूमों की धड़धड़ अभी भी बंद है। चुनाव का माहौल गर्म हो रहा है लेकिन वस्त्रोद्योग में शांतता देखने को मिल रही है। जबकि 15 दिनों के बाद ही वस्त्रोद्योग पूर्ववत चलेगा, ऐसी आशा है।
इचलकरंजी पावरलूम उद्योग की आवाज 24 घंटे शुरू रहती है। लेकिन दिवाली के चलते आठ दिन पावरलूम बंद रखा जाता है। उसके बाद धीरे-धीरे पावरलूम शुरू होते हैं। लेकिन इस समय का चित्र अलग है। जिससे पावरलूम उद्योग शुरू होने में देर लगेगी ऐसा बताया जा रहा है। इस समय कामगार बहुत खुश है। क्योंकि शासन की लाड़की बहन योजना का लाभ पावरलूम कामगारों के हर महिला को मिला है। उसके बाद दिवाली का बोनस मिल गया और अब विधानसभा चुनाव की लॉटरी पावरलूम कामगारों के साथ वही फणी कामगारों को भी लगी हुई है।
विधानसभा चुनाव का प्रचार तेज गति पकड़ रहा है। प्रचार रेली, कॉर्नर सभा, पदयात्रा में इसमें कामगार लगे हुए हैं। दिनमें इसमें अच्छा पैसा मिल रहा है। जबकि चुनाव के बाद 15 दिनों में पावरलूम कारखाने शुरू होंगे ऐसी संभावना है। ऑटोलूम पर काम करने वाले कामगार भी अपने गाव चले गए हैं। जो अब तक वापस नहीं आए हैं।
एक ओर कामगारों को अच्छे दिन आए हैं, ऐसा दिखाई दे रहा है। दूसरी ओर पावरलूमधारक कारखाने शुरू करने में इच्छुक नहीं है। कपड़े को मांग नहीं है। दिवाली के मुहूर्त पर सौदे होते हैं लेकिन उत्साह का माहौल नहीं है। पावरलूम उद्यमी भी चुनाव में लगे हुए हैं। उन्होंने भी अबतक को कारखाने बंद रखने के बारे में सोचा है, ऐसा बताया जा रहा है।