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आय बढ़ने के साथ ही बदल रहा है खपत स्टाइल: रिटेल में इजाफा
By Textile Mirror - 10-09-2024

नई दिल्ली/ बढ़ती आय के साथ वस्तुओं और सेवाओं पर घरेलू उपभोग व्यय में वृ(ि के साथ देश में जून के महीने में रिटेल सेल्स में 5 प्रतिशत की शानदार वृ(ि देखी गई। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया ;आरएआईद्ध के एक सर्वेक्षण के अनुसार दक्षिण भारत में 7 प्रतिशत की वृ(ि देखी गई। जिसकी वजह से वह क्षेत्र सबसे आगे रहा, इसके बाद उत्तरी और पूर्वी भारत में क्रमशः 5 प्रतिशत की वृ(ि हुई और पश्चिमी भारत में यह वृ(ि 4 प्रतिशत देखी गई फुटवियर और परिधान के क्षेत्र में 4 प्रतिशत की वृ(ि दर्ज की गई। आरएआई ने कहा कि आगामी त्योहारी सीजन और अच्छे मानसून के साथ हम उपभोक्ताओं की खर्च करने की बढ़ती क्षमता की वजह से खुदरा बिक्री में और सुधार की उम्मीद करते है। रिपोर्ट में विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन दर्ज किया गया है। विशेष रूप से ऐसी वस्तुओं में जो उपभोक्ता के लिए गैर आवश्यक हो, लेकिन सीजन के अंत में इसकी बिक्री बढ़ी है।
सांख्यिकी मंत्रालय के एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में घरेलू उपभोग व्यय वस्तुओं ओर सेवाओं पर बढ़ रहे हैं। सर्वेक्षण के अनुसार मुद्रा स्फीति को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण भारत में 2011-12 की तुलना में मासिक प्रति व्यक्ति घरेलू खपत 2022-23 में 2008 रुपये हो गया। शहरी क्षेत्र में भी मुद्रास्फीति के समायोजन के बाद प्रति व्यक्ति घरेलू उपभोग व्यय 2011-12 के 2360 रुपये से बढ़कर 2022-23 में 3510 रुपये हो गई जो 33 प्रतिशत अधिक है। 
इस साल की पहली छमाही में देश में रिटेल स्टार्टअप ने गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 32 प्रतिशत अधिक धन जुटाया। डेटा इंटेलीजेंस फर्म ट्रैक्सन के अनुसार 2024 की पहली छमाही में खुदरा क्षेत्र के लिए फंडिंग 32 प्रतिशत बढ़कर 1.63 बिलियन डॉलर हो गई है, जो 2023 की पहली छमाही में 1.23 बिलियन डॉलर थी। यूबीएस की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक गत दशक से भारत में खपत लगभग दोगुनी हो गई है। चीन, अमेरिका और जर्मनी जैसी दुनिया की अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में पिछले साल भारत में खपत तेजी से बढ़ी है। 

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